Monday, October 28, 2013

संघर्ष

आप माने या ना माने मै अपवादों की बात नही कर रहा हूँ लेकिन सांसारिकता में एक पीढी हमेशा संघर्ष के बुरे दौर से गुजरती है मसलन यदि आपके पिताजी ने संघर्ष किया है तो आपके लिए जीवन की राह थोडी आसान जरुरी रहेगी लेकिन यदि आपके पिताजी ने मौज-मस्ती (अन्यथा अर्थ न लें) की है तो आपको हाड तोड संघर्ष करना पडेगा आपके बच्चे भले ही मौज करें मेरे हिसाब से यही दूनियादारी का नियम है।

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