Monday, October 28, 2013

राजनीति

कांग्रेस की लचर सरकार से उपजी राजनीतिक नेतृत्व की हताशा से परेशान अपने देश का आम आदमी कभी बाबा रामदेव तो कभी अन्ना,कभी केजरीवाल की तरफ एक आशा भरी निगाह से देखता है समर्थन देता है फिर अंत में उसी शून्य का हिस्सा बन जाता है जिसका अभी कोई विकल्प नजर नही आता है। आम आदमी का मखौल उडाने या उसकी बेचारगी पर तबसरा करने की न तो मेरी निजि हैसियत है और न ही ऐसी कोई इच्छा....इसी क्रम में अब विकास पुरुष मोदी को इसे देश की समस्त समस्याओं का एक चुटकी भर में खत्म करने वाले चमत्कारिक युग पुरुष के रुप में एक बडी भीड देख रही है जिसकी बानगी फेसबुक पर भी देखने को मिलती रहती है हालांकि मुझे न सियासत की समझ है और न मेरे तरकश मे तर्को के बाण है लेकिन फिर भी जनता को जैसे भाजपा के रामजन्म भूमि मुद्दे से मुकरने,बाबा रामदेव के भाजपाकरण और अन्ना केजरीवाल के मतभेद से बिखरे एक व्यापक जनान्दोलन से निराशा हुई थी ठीक ऐसे ही यदि बहुत अतिश्योक्तिवादी होकर यह सोच भी लिया जाए कि मोदी पीएम बन जाएंगे तो फिर से उसी निराशा के दौर से गुजरना पडेगा ऐसी मेरी मोटी अक्ल कहती है कोई जरुरी नही है कि मेरी बात सही साबित हो लेकिन मेरे देश की भोली जनता जब तक तक खुद चोट नही खा लेती है वो किसी की तकरीरे कहाँ सुनती है इसलिए मेरी दिली इच्छा है कि एक बार मोदी जरुर पीएम बनें ताकि लोग इस मृगमरीचिका से खुद ही निकल सके फिलहाल तो वक्त ऐसा चल रहा है कि आपने मोदी से असहमति जाहिर की और मोदी के चेलों ने आपके पिछवाडे पर राष्ट्रद्रोही होनी मोहर जडी...।

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