Saturday, February 4, 2017

कॉफी

दृश्य एक:

आयरलैंड का कोस्टा कॉफी हाऊस। कॉफ़ी हॉउस का मालिक मैथ्यू अख़बार पढ़ रहा है।
एक कपल कोने में बैठा है उनमें किसी बात को लेकर बहस हो रही है। मैथ्यू के कान उस बहस में पड़ना नही चाहते है वो सेंसेक्स पढ़ रहा है मगर एक बात उसका ध्यान खींच रही है।
लड़की कह रही है तुम झूठे हो लड़का स्वीकार कर रहा है हां मैं झूठा हूँ मगर फिर लड़की कहती है तुम झूठ को ग्लोरिफाइड करने का कौशल जानते हो। लड़का कहता है तुम्हारे अंदर इस कौशल को पहचानने का कौशल है इसलिए उसकी तारीफ करता हूँ।

दृश्य दो:

मैथ्यू उनसे कहता है कि वो उन्हें फ्री में कॉफी ऑफर करना चाहता है दोनों विनम्रता से इस ऑफर को इनकार कर देते है। मैथ्यू दोबारा आग्रह नही करता है वो खुद के आग्रह की वजह नही समझ पाता है ,वो खुद को अन्य काम में बिजी कर लेता है। मगर उनकी बहस से खुद को मुक्त नही कर पा रहा है अब लड़का कह रहा है तुम्हारा प्लान क्या है? क्या तुम ब्रेकअप चाहती हो? लड़की इस पर कहती है ब्रेकअप प्लानिंग से नही लिया जाता है कितनी स्टुपिड बातें करने लगे हो तुम अब।
अब का क्या मतलब है? मेरे सवाल तो हमेशा से ही स्टुपिड रहे है ये अलग बात है तब तुम्हें वो क्यूट लगते थे ये कहकर लड़का हंसने का अभिनय करता है।

दृश्य तीन:

माहौल में अजीब सी शुष्कता पसरी हुई है। कॉफी के झाग पर बना दिल अब अपना आकार बदल रहा है वो सिकुड़ रहा है यही हाल कमोबेश दोनों के दिल का भी है। अचानक से लड़की कहती है 'यू नो सच बात तो ये है तुम अब मुझसे ऊब चुके हो' लड़का इस बात से पूरी तरह सहमत नही है मगर फिर भी वो कहता है मै तुमसे नही खुद से ऊब रहा हूँ दरअसल।
कोई नई बात कहो ये बड़ी पॉपुलर बात है लड़की झिड़कते हुए कहती है।

दृश्य चार:

मैथ्यू एक स्टाफ बॉय से कहता है। तुम कल और आज में क्या फर्क करते हो? स्टाफ बॉय सोच रहा है बात उसकी सेवा की गुणवत्ता से सम्बंधित है इसलिए वो कहता है मै कल की अपेक्षा आज अधिक तत्पर हूँ।
मैथ्यू हंसता है और कहता है डरा हुआ आदमी आकर्षक आधा सच बोलता है। स्टाफ बॉय इसका अर्थ नही समझ पाता वो सहमति में केवल मुस्कुराता है। ज़ाहिर तौर पर यह एक झूठी मुस्कान है।

दृश्य पांच:

बिल कपल की टेबल पर है लड़के ने बिल मंगाया है मगर लड़की चाहती है कि बिल वो भरे इसलिए वो एक कॉफी और ऑर्डर कर देती है। लड़का अब मैथ्यू के ऑफर का जिक्र करता है इस पर लड़की कहती है दुनिया में कुछ भी फ्री नही मिलता है। हर चीज की एक कीमत चुकानी पड़ती है। मुफ़्त शब्द एक यूटोपिया है इसलिए इस पर कम ही भरोसा करना।
इस बात पर दोनों सहमत है। मैथ्यू को ये बात थोड़ी खराब लगी मगर उसे ये बात सच लगी इसलिए उसने खुद को अब जाकर पूरी बातचीत से अलग किया।

पुनश्च:

दोनों ने समय को विमर्शो और तर्कों के जरिए समझने की कोशिश की मगर नाकाम रहे अंत में एक दुसरे के गले लगकर उसी बात को प्यार के जरिए समझना चाहा इस बार वो कामयाब हुए ऐसा नही कहा जा सकता मगर इस बार बातें अपनी सम्पूर्णता में संप्रेषित हुई।
दोनों ने तय किया अगली मुलाकात क्या तो नदी किनारे होगी या फिर किसी चर्च में।

©डॉ.अजित

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