Friday, July 1, 2016

मानसून

सुबह बादलों की राजाज्ञा लेकर मुझसे मिली।
बूंदों ने नींद से जगाया जरूर मगर उनकी आवाज़ लोरी के जैसी थी। बूंदों की जुम्बिश धरती को लेकर बेकरारी वाली नही दिख रही है कुछ मोटी और कुछ छोटी बूंदों के बीच आईस पाईस का खेल जरूर चल रहा है एक दिखती है तो दूसरी छिप जाती है।
इत्तेफ़ाकन थोड़ी हवा भी चल रही है इसलिए ठण्ड अब इसी के भरोसे घर में दाखिल होना चाहती है मगर घर की दीवारें सूरज के यहां गिरवी रखी हुई है इसलिए वो हवा से कहती है कुछ दिन यूं ही आती रहो एक दिन हम तुम्हें जरूर अपने सीने से लगाएंगी।
दूर कही से एक चिड़िया बोल रही है मेरा अनुमान है वो अपने बच्चों को घर ही रहनें की हिदायत दे रही है उसकी आवाज़ में दोहरी चिंता है एक अपने बच्चों को लेकर दूसरी आज के भोजन के प्रबन्ध को लेकर।
बारिश आती है तो मेरी चाय की तलब मुझे इस कदर घेर लेती है कि मेरा मन अलग उड़ान भरता है और तन कुछ अलग किस्म की मांगे रखना शुरू कर देता है।
मैंने अभी अभी तुम्हें याद किया है इसलिए नही कि बारिश है बल्कि इसलिए मुझे तुम्हारे हाथ की बनाई वो चाय याद आ गई जिसमें तुम चीनी डालना भूल गई थी ठीक आज की तरह उस दिन भी बारिश थी। आज मैंने जानकर फीकी चाय बनाई मगर अफ़सोस ये आज सच में फीकी लग रही है उस दिन नही लगी थी शायद इसलिए क्योंकि उसमें तुम्हारी हंसी की मिठास घुली थी।
इस कमरें में एक खिड़की है जब उसके सामनें खड़ा होता हूँ तो लगता है उम्रकैद का कैदी हूँ बाहर बूंदों को देखता तो मुझे मुहब्बत का हश्र याद आता है बादल देखता हूँ तो वक्त के सारे षड्यंत्र याद आते है फिर एक ठण्डी हवा का झोखा मेरे कान में आकर कहता है बी पॉजिटिव हालांकि मुझे इस जुमले से सख्त चिढ़ रही है मगर इसबार मैं चिढ़ता नही बल्कि कहता हूँ चलो मान लेता हूँ।
इसके बाद मैं बूंदों से कहता हूँ मेरी आँखों में जो आंसू सूख गए है उनको पिघला दो वो कहती है बारिश में रोते नही है फिर हम दोनों हंसने लगते है और कुछ गुनगुनाते भी है आखिर में बारिश मुझसे कहती है एक गीत मेरे लिए भी लिखना ताकि मैं तुम्हारे सहारे खुद एकाध गहरी मुलाकात कर सकूँ।
मैं हांमी जरूर भरता हूँ मगर मुझे पता नही कैसे लिख पाऊंगा वो गीत क्योंकि जिसके लिए कभी लिखा था उसकी खुद से मुलाकातें हुई  या नही ये तो नही पता मगर मुझसे मुलाकातें बिलकुल बंद हो गई उसके बाद।
बारिश का एक मतलब इंतजार भी है मेरे लिए ये बात मैंने बूंदों को नही बादलों को बताई है क्योंकि वो मेरे ज्ञात दोस्त और दुश्मन है।

'मानसून टॉक'

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