Tuesday, November 19, 2013

तीन स्टेट्स

बुद्धिमान पत्नी
परिपक्व प्रेमिका
भावुक साथी
और सच्चे दोस्त

की तलाश में अपेक्षाओं के बीहड़ में भटकता जब रोज़ शाम अपनी कब्र में दाखिल होता है तब उसका एकांत उस पर हंसता है और वो नजर चुराकर बडबडाता है ये कमबख्त दूनिया मुझे गलत समझे जाने के लिए शापित है ।


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कविता की सम्वेदना पर तब्सरा करने से पहले खुद का व्यवहार देखिए कि आप रिक्शेवाले,फल-सब्जी की रेहडी लगाने वाले,बूट पोलिश करने वाले,दिहाड़ी मजदूर,समाज के फिफ्थ क्लास लोगो के साथ किस तरह से पेश आतें है आपकी बातचीत की टोन कैसी होती है।

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हर शख्स के अंदर एक साहित्यिक किरदार बसता है जिस पर कविता लिखी जा सकती है जो किसी भी उपन्यास का नायक हो सकता है।

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